दरभंगा। सदर एसडीओ संजय कुमार सिंह (आईएएस) ने विगत 15 जुलाई को करीब छह घंटे तक मशक्कत कर दोनार रेलवे गुमटी के पूरब दरभंगा-बेनीपुर पथ पर लगने वाले अवैध टैक्सी स्टैंड को खाली करवाया था। उन्होंने लोहिया चरण सिंह कालेज के पास अवस्थित पोखरा के उत्तरी किनारे की जमीन को स्टैंड के तौर पर उपयोग के लायक बनवाया। वहां इरकॉन के सहयोग से ईट के टुकड़े व छाई डलवाकर जेसीवी मशीन द्वारा जगह को समतल करवाया। बाधा उत्पन्न करने वाली पेड़ों की डालों को हटवाया और फिर गाड़ियां वहां लगवाई। एसडीओ श्री सिंह का यह सारा परिश्रम बेकार चला गया। अवैध टैक्सी स्टैंड फिर से दरभंगा-बेनीपुर मुख्य पथ पर संचालित है। आश्चर्यजनक यह भी है कि चालकों को चेतावनी दी गयी थी कि यदि उन्होंने फिर से सड़क पर गाड़ियां खड़ी कीं तो उसे जब्त कर जुर्माना वसूला जायेगा। इसके लिए एसडीओ ने डीटीओ को निर्देशित भी किया था। एसडीओ ने कहा था कि सड़क पर वाहन लगाते पकड़े जाने पर चालक को जेल भी जाना पड़ सकता है। इन सभी चेतावनियों को धता बताते हुए फिर से पूर्व की भांति सड़क को स्टैंड में तब्दील कर दिया गया है। फिर से वहां जाम की समस्या से राहगीरों के साथ ही गांधीनगर, कटरहिया, दिलावरपुर, भेलूचक आदि मोहल्ले के लोग परेशान होने लगे हैं। स्टैंड हटने पर वार्ड नं.-17 के पार्षद प्रदीप कुमार गुप्ता समेत पूर्व विधायक जगदीश चौधरी, मृत्युंजय ठाकुर, रामचंद्र चौधरी, श्याम महतो समेत जिन लोगों ने भी प्रसन्नता का इजहार किया था उनकी खुशियां काफूर हो चुकी हैं। उल्लेखनीय है कि मोहल्लेवासी कई साल से अनेको डीएम व एसपी तक से स्टैंड हटवाने के लिए गुहार लगाते रहे हैं।
इधर, स्टैंड हटने से आसपास के दुखी कुछ लोग फिर से खुश हो उठे हैं। उन्हें फिर से बैठे-बिठाये आमदनी का स्रोत जो मिल गया है। बताया जाता है कि सड़क पर जिसके घर या दुकान के सामने वाहन लगते हैं वे जीप से 20 रुपये खेप और मैक्सी से 45 रुपये खेप वसूलते हैं। घर बैठे होने वाली यह आमदनी खत्म होने से दुखी लोगों की उदासी दूर हो गयी है
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