मधुबनी। प्रति वर्ष लाखों रुपए राजस्व देने वाले शहरी क्षेत्र का हलका सं. 3 का माल कचहरी का भवन खंडहर में तब्दील हो गया है। जिससे यह कार्यालय पिछले 15 वर्षो से भाड़े के भवन में चल रहा है। शहर के तिलक चौक स्थित जमीन्दारी काल से ही स्थापित माल कचहरी की तकरीबन पांच कट्ठा जमीन अतिक्रमित है। वर्तमान में यह माल कचहरी सप्ता स्थित एक भाड़े के भवन में चल रहा है। फलस्वरूप शहरी भू-धारकों को भू-लगान का भुगतान करने में भारी कठिनाईयों का सामना करना पड़ता है। कई भू-धारकों का आरोप है कि भाड़े के भवन में चल रहे हलका कार्यालय अधिकांश समय बंद रहता है। हालांकि राजस्व कर्मचारी नारायण जी झा का दावा है कि कार्यालय नियमित रूप से खुलता है।
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Wednesday, October 27, 2010
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