मधुबनी। धनतेरस पर महंगाई की मार से इस बार सोना-चांदी व बर्तन विक्रेता में बहुत अधिक हर्ष नहीं है। खासकर सोना व चांदी के दामों में बेइंतहा वृद्धि से लोगों का बजट बढ़ गया है। धनतेरस के दिन स्वर्ण व चांदी धातु की वस्तुओं की खरीदारी करना सबसे शुभ माना जाता है। खासकर इस अवसर पर चांदी के सिक्के की सबसे अधिक खरीदारी की जाती है। लेकिन इस बार चढ़े हुए मूल्यों के कारण इसके खरीदारी पर प्रतिकूल असर पड़ने की संभावना दिख रही है। नगर स्थित स्वर्ण श्री के मालिक सावन कुमार ने बताया कि इस वर्ष लगातार सोना व चांदी के मूल्यों में बढ़त जारी है। बताया कि गत वर्ष धनतेरस से पूर्व सोना 16 हजार 200 के आसपास था जो इस वर्ष मार्च में 15 हजार को छूते हुए अभी 19,900 रुपए प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया है। वहीं चांदी प्रति 10 ग्राम 220 के स्थान से 370 रुपए प्रति 10 ग्राम पर जा अटकी है। गत माह में सोना की कीमत में 1400 रुपए प्रति दस ग्राम की वृद्धि हुई है। जिस कारण धनतेरस में सेल टूटने की आशंका है। कहा कि वैसे सोना के इस्टा, निष्ठा, डी रामोस, आस्मी आदि ब्रांडो का सोना व आभूषण स्वर्ण बाजार में उपलब्ध है। पुराने चांदी के सिक्के बाजार से गायब हैं। सो 10 ग्राम के नए सिक्के हम लोग ग्राहकों के लिए उपलब्ध करा रहे हैं। बताया कि सोना चांदी के अलावा हीरा भी उपलब्ध है। इसमें साढ़े सात हजार के ऊपर की खरीद पर छूट भी दी जाती है। वैसे पुराने सिक्के 550 से 600 रुपए (12 ग्राम) व 10 ग्राम का नया सिक्का 370 से 400 रुपए प्रति मूल्य है। जो गत वर्ष की तुलना में 50 से 70 रुपए अधिक है। वहीं स्टेशनलेस स्टील के बर्तनों पर भी 50 से 60 रुपए प्रति किलो मूल्य चढ़ा हुआ है। गत वर्ष क्लासिक ब्रांड के बेहतर स्टेनलेस स्टील के बर्तनों का मूल्य 140 से 150 रुपए व सामान्य ब्राड में 90 से 100 रुपए था। जो इस बार बढ़ चढ़कर क्रमश: 200 से 210 व 130 से 160 रुपए प्रति किलो हो गया है। विभिन्न ब्राडों के कुकर व अन्य रसोई तथा घरेलू उपयोग में आने वाली बर्तनों के मूल्य में तेजी है। जिस कारण धनतेरस पर इनकी खरीदारी पर भी प्रभाव पड़ने की संभावना है
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Tuesday, October 26, 2010
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