नोएडा स्टेडियम मे आई शनि दिन 4 दिसंबर के सांझ सात बजे विद्यापति स्मृति पर्व समारोह भ रहल अछि. समारोह मे गीतनाद के आनंद लेबय के अहां सभ के नीक मौका मिलत. मिथिला-बिहार के तमाम लोकप्रिय कलाकार अहांक मनोरंजन लेल एहिठाम रहताह.
समारोह के मुख्य आकर्षण विद्यापति संगीत के महारथी कुंज बिहारी मिश्र जी रहताह. कुंजबिहारी जी विद्यापति संगीत के एकटा नव रूप देने छथिन्ह. हिनकर गायिकी के जतेक प्रशंसा कएल जाए कम होएत. अगर अहां सभ कुंज बिहारी जीके नहि सुनने छी...आओर दिल्ली-एनसीआर मे रहय थी त एहि कार्यक्रम के मिस नहि करु.
कुंज बिहारी मिश्र जीक संग एहि समारोह मे रंजना झा... दिलीप दरभंगिया... वंदना सिन्हा आओर पुष्कर भारती जीके सेहो अहां सुनि सकय छी. सभ नीक कलाकार छथिन्ह. अहां सभ हिनकर सभक मनोबल बढ़ाबि... जेहि सं मैथिली गीतनाद के सेहो बढ़ावा मिलत.
नोएडा स्टेडियम आबय मे अहां के कोनो परेशानी नहि होएत. नोएडा आबय वाला बेसि बस एहिठाम सं गुजरैत अछि. ई 12-22 सेक्टर चौड़ा मोड़ सं सटल मेन रोड पर अछि. अगर दिल्ली तरफ सं मेट्रो सं आबि त सेक्टर 15 उतरि.... ओहिठाम ऑटो ल सेक्टर 11 के मदर डेयरी आ फेर मेट्रो अस्पताल उतरि पैदल आ फेर रिक्शा सं स्टेडियम पहुंच जाउ. सेक्टर 16 मेट्रो स्टेशन... रजनीगंधा चौराहा पर काज होए के कारण रोड बंद अछि.
आब कार्यक्रम सं जुड़ल दोसर गप. एहि विद्यापति समारोह के मुख्य अतिथि छथिन्ह बीजेपी नेता राजनाथ सिंह. राजनाथ सिंह जिनका मैथिली के ए बी सी नहि आबय छनि. जे मिथिलाक बारे मे सिर्फ शहर के नाम जानए छथिन्ह. हुनका मुख्य अतिथि बना कs लाएल जा रहल छनि. आब जखन राजनाथ जी अएताह त आयोजन समिति सं जुड़ल सभ लोक हुनका आगां-पाछां करय मे लागि जएथिन्ह. आम लोक के घोर उपेक्षा होएत. मुदा एहि मे आयोजन समिति सं जुड़ल लोक के चेहरा देखबन्हि गर्व सं फुलल रहत . जेना राजनाथ नहि प्रधानमंत्री सं संग ठाड़ छथिन्ह.
कि मिथिला... मैथिलीक दोसर कोनो पैघ लोक हिनका सभ के नहि मिललन्हि जिनका मुख्य अतिथि बना क ला सकए छलाह ? मिथिला सं जुड़ल दोसर कोनो लोक जिनकर मिथिलाक विकास मे विशेष योगदान रहल छनि... जे मैथिली के बढ़ावा देबय लेल अपन सभ किछ समर्पित क देने छथिन्ह. मैथिली सभ्यता... संस्कृति... लोक-कला...मैथिली पेंटिंग के बढ़ावा देबय के लेल अपन जिनगी गुजारि रहल छथिन्ह. एहन कोनो लोक नहि मिललन्हि?
फेर एहन पैघ कार्यक्रम त एक-दू दिन मे नहि होएत अछि? एकर तैयारी जरूर मास दिन सं बेसि सं चलैत होएत. कलाकार सभ के बियाना... हुनकर सभ के टाइम लेनाए...कुर्सी-पंडाल...जगह के इंतजाम ई सभ एक-दू दिन मे त नहि भेल होएत. मुदा अहां के ई जानि के अचरज होएत जे आयोजन समिति सं जुड़ल कई लोक के एहि कार्यक्रम के बारे मे एक दिन पहिने तक नीक सं पता नहि छलन्हि.
हमरो ई खबर शुक्र दिन पता चलल. ओना आयोजन समिति सं जुड़ल एकटा पदाधिकारी हमरा एक हफ्ता पहिने रवि दिन 5 तारीख के विद्यापति समारोह होए के बात कहने छलाह. शुक्र दिन पता चलल जे शनि दिन अछि. नोएडा स्टेडियम जतए ई कार्यक्रम होए वाला अछि ओहि के आसपास इलाका के लोक के एकर पता नहि छल. जिनका-जिनका फोन कएलहुं सभ जानकारी होए सं इनकार कएलाह.
ओना शुक्रदिन सांझ मे स्टेडियम के बगल मे एकटा ऑटो पर लाउडस्पीकर लगा क एकरा बारे मे प्रचार कएल जा रहल छल. मुदा बाजय वाला कि बाजि रहल छथिन्ह से नीक सं बुझा नहि रहल छल आओर दिल्ली- एनसीआर मे ऑटो सं कार्यक्रम के एक दिन पहिने सांझ मे प्रचार. कतेक लोक के पता चलत. ओहि मे ओ ऑटो सरसराएल भागल जा रहल छल. बस औपचारिकता पूरा भ रहल छल.
भ सकैत अछि आयोजक सोचैत होथिन्ह जे बेसि लोक आबि जएताह त केना संभारब... बेसि लोक अएला सं भीड़ के संभारनाए मुश्किल भ जाएत. हो- हल्ला भ जाएत. जतेक कम लोक रहताह ओतेक नीत कार्यक्रम होएत. एहन नहि अछि जे लोक के एकदमे सं नहि पता छनि... पता छनि हुनका ...जिनका सं ई सभ कार्यक्रम के लेल चंदा लेने छथिन्ह.
आब एहि सं जुड़ल अपन मिथिलाक लोक के मानसिकता सुनु. अपन मिथिलाक लोक एक बेर मे सभ बात नहि बतएताह... अगर सभ किछ एके बेर मे फरछिआ देथिन्ह त अहां हुनका फेर सं किएक पूछबए? हुनकर कि पूछ रहि जएतन्हि? हिनका सभ के मोबाइल पर जतेक फोन अएतन्हि ओ ओतेक खुश होए छथिन्ह. लोक के बताबए छथिन्ह भोरे सं फोन उठाबैत-उठाबैत परेशान छी.
एहि लेल ओ सभ बात लोक के नहि बताबए छथिन्ह. किछ दाबि क राखए छथिन्ह. आब किछ लोक के समारोह के बारे मे पता चललन्हि ओ एक दोसरा के बतएथिन्ह. किछ लोक के हेलो मिथिला सं पता चलल ओ एक दोसरा के बतएथिन्ह. एहि तरहे लोक के पता चलए छनि. पता चलला पर ओ फलां कका... त फलां चचा...लाल भाई त सोन मामा के फोन करय छथिन्ह. सभ खुश कतेक नाम भ रहल अछि.
मिथिला...मैथिली के एहने मठाधीश सभ सं कल्याण नहि भ रहल अछि. मैथिली सं कम बाजय वाला भाषा कतेक तरक्की करि गेल मुदा मैथिली के एकटा बैनर... पोस्टर आ बोर्ड नहि मिलत पूरा मिथिला मे. दस दोकान खोजला पर एकटा मे कोनो किताब मुश्किल सं मिलत. एहिना मे अहां मैथिली के विकास चाहय छी?
आओर ई कोनो टाइम अछि विद्यापति समारोह करय के? दिन मे रहैत त नीक छल. मौसम...ठंड के कि हाल अछि से अहां सभ के पते अछि. राति मे ठंड आओर बेसि भ जाएत अछि. लोक सभ केना अपन-अपन परिवार के लsक अएताह आओर राति मे केना जएताह. कि अहां एकरा सभ के बारे मे सोचने छिएक. दोसर लोक के कि परवाह. अपना सोचताह.
मिथिला...मैथिली सं जुड़ल कएटा कार्यक्रम मे जाए के मौका मिलल अछि... सभ ठाम अव्यवस्था के भरमार रहैत अछि. बस दू-चारि टा आयोजक के छोड़ि आम लोक के कोनो ख्याल नहि. कार्यक्रम मे चारुकात बदइंतजामी देखाएत अहां के. आओर टाइम के त कोनो वैल्यू नहि. कहता कखनो आओर शुरू करताह कखनो. ओ त मिथिला-मैथिली सं प्रेम के चलैत लोक आबि जाए छथिन्ह.
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