मधुबनी। शहर में आवारा पशुओं की तादाद तथा उनसे होने वाली परेशानी दिनानुदिन बढ़ती ही जा रही है। शहर का रेलवे स्टेशन हो या सदर अस्पताल, कोर्ट परिसर हो या फिर कोई अन्य चौक-चौराहा। सभी जगह सांढ, गाय, कुत्ता तथा सुअरों का झुंड मुंह मारता देखा जा सकता है। यहां साढ़ का आंतक उस समय लोगों के लिए जानलेवा साबित होता है जब किसी चौक-चौराहों पर दो सांढों के बीच खूनी भिड़त शुरू हो जाती है। शहर के भीड़ वाले चौक-चौराहों पर आवारा पशुओं के आतंक से अबतक दर्जनों लोग अस्पताल में पहुंच चुके हैं। सड़कों पर पशुओं के जमघट से सड़क जाम की समस्या बनी रहती है। कई मामलों में स्थानीय लोगों द्वारा पाले जा रहे मवेशियों को खुला छोड़ देने के कारण ये पशु कूड़ा करकट में अपना भोजन तलाशते रहते हैं। इधर, नगर परिषद इन आवारा पशुओं की धर-पकड़ के प्रति पूरी तरह उदासीन रवैया अपनाए है
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Tuesday, October 26, 2010
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