देवघर : देवघर एवं जसीडीह के शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र के युवा वर्ग ब्राउन शुगर के दलदल में फंसते जा रहे हैं। हालांकि इस मामले में पुलिस चौकसी बरत रही है लेकिन कारोबार पर अंकुश नहीं लग पा रहा है।
सूत्रों के अनुसार सिर्फ जसीडीह में दर्जनों युवा ड्रग्स के चंगुल में फंस कर अपना जीवन तबाह कर चुके हैं। पिछले दिनों जसीडीह के हनुमान नगर इलाके से पुलिस ने एक ड्रग्स कारोबारी को ब्राउन शुगर के साथ रंगे हाथ गिरफ्तार किया था। कहते हैं कि इस कारोबार में कई सफेदपोश भी शामिल हैं। जिनकी छत्रछाया में यह धंधा फल-फूल रहा है। पता चला है कि जसीडीह शहर के दर्जनों युवक जो ड्रग्स के दलदल से निकल रहे हैं। वे पुलिस की मदद करने को तैयार हैं। ताकि आने वाली पीढ़ी को इस दलदल में फंसने से रोका जा सके। सूत्रों का कहना है कि ड्रग्स की आवक बिहार के आरा एवं झारखंड के मोहनिया शहर से होती है। ड्रग्स तस्कर बड़ी आसानी से रेलमार्ग द्वारा यहां पहुंचते हैं और इस मीठी जहर को स्थानीय एजेंटों के माध्यम से आसपास के इलाकों में फैला देते हैं। यह चर्चा है कि नक्सली संगठन से जुड़े कुछ लोग भी इस धंधे को बढ़ावा देने में लगे हैं। पिछले दिनों स्थानीय एक संगठन द्वारा ड्रग्स कारोबारियों के खिलाफ मोर्चा खोला गया था। जिसके फलस्वरूप इलाके में कारोबार लगभग थम सा गया था। किन्तु एक बार फिर से इस धंधे ने जोर पकड़ लिया है। स्थानीय लोगों ने पुलिस-प्रशासन से इस धंधे पर सख्ती से रोक लगाने की मांग की है। राजनीतिक दलों से जुड़े सरोज सिंह, ब्रज किशोर द्विवेदी, प्रो. नंदन दूबे, राकेश रंजन बुलबुल, गणेश यादव आदि ने भी इस धीमा जहर के कारोबार को शहर से उखाड़ फेंकने की अपील पुलिस से की है
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