मधुबनी। स्वास्थ्य व्यवस्था को पटरी पर लाने के तमाम सरकारी दावे सहरजमीन से दूर नजर आते हैं। कम से कम जिला मुख्यालय स्थित सदर अस्पताल की बदहाली को देखते हुए यही सच्चाई सामने आ रही है। सदर अस्पताल के मेल एवं सर्जिकल वार्ड के पीछे एवं सड़कों पर महीनों से जलजमाव रहने से यहां की स्थिति नारकीय हो चुकी है। महीनों से जमे वर्षा के पानी में कूड़ा-कचरा घुल मिलकर सड़ जाने से इसमें भीषण दुर्गध निकल रहा है। जिसके कारण इलाज के लिए आने वाले रोगियों एवं परिजनों को मच्छरों के कहर को झेलने को विवश होना पड़ रहा है। अस्पताल में अपने 10 वर्षीय पुत्र का इलाज करा रहे सतघारा के मदन मोहन कहते हैं की इस दमघोटू एवं बदबूदार माहौल में रोगियों की कौन कहे, स्वास्थ्य आदमी भी जानलेवा बीमारियों का शिकार हो जाएंगे। अपने आक्रोश को दबी जुबान में व्यक्त करते हुए ओमप्रकाश गुप्ता ने कहा कि सदर अस्पताल के किसी भी वार्ड में बिना मच्छरदानी के दिन में भी बैठना मुश्किल हो गया है। इस संबंध में सदर अस्पताल के डीएस ने कहा कि सदर अस्पताल में जल जमाव से उत्पन्न विषम परिस्थिति से वरीय अधिकारियों का अवगत करा दिया गया है। वहां से निर्देश प्राप्त होने के बाद ही इस समस्या का हल निकाला जा सकता है।
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Saturday, October 23, 2010
गंदगी, कचरे के बीच इलाज की कवायद
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