बेनीपट्टी (मधुबनी)। जानकी-जनक व याज्ञवल्क्य के धरती मिथिला व मैथिली के विकास के लिए उनके सपूतों को एकजूट होकर संघर्ष के लिए शंखनाथ किए बिना विकास की बात सोचना ही बेमानी होगा। उक्त बातें पूर्व राज्यमंत्री व स्वतंत्रता सेनानी सह भाकपा के वरिष्ठ नेता तेजनारायण झा ने मिथिलांचल सर्वागीण विकास संस्थान बेनीपट्टी के द्वारा हाई स्कूल के मैदान में आयोजित 26वां तीन दिवसीय मिथिला विभूति पर्व समारोह सह मैथिल महा सम्मेलन का बुधवार को उद्घाटन के दरम्यान नहीं। उन्होंने कहा कि जबतक नेपाल से निकलने वाली कोसी, कमला, बागमती में डैम का निर्माण करा मिथिलांचल सहित उत्तर बिहार के बाढ़ की समस्या का निदान नहीं किया जाता है तबतक यह भू-भाग बाढ़ सुखाड़ का दंश झेलता रहेगा। अबतक की सरकारों ने इस दिशा में सार्थक प्रयास नहीं कर मिथिलांचल के लोगों सिर्फ छलने का काम किया है। इस अवसर पर मुख्य अतिथि व सुप्रसिद्ध चिकित्सक डॉ. के. के. चौधरी ने कहा कि मिथिलांचल की सभ्यता व संस्कृत की रक्षा के लिए विद्यापति, याज्ञवल्क्य, गार्गी, लोरिक, सलहेश, दीनाभद्री की गाथाओं को गायन के साथ-साथ उनके बताए रास्ते पर चलकर ही हमारे संस्कृति की रक्षा हो सकेगी। डॉ. चौधरी ने कहा कि आज के युवा पीढ़ी को मिथिला व मैथिली को आगे बढ़ाने व इस क्षेत्र के विकास के लिए एकजुट हो संकल्पित होने के साथ ही अपने अधिकार को प्राप्त करने के लिए संघर्ष करना ही होगा। तभी मिथिलांचल की कल्याण संभव है। इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि व विद्वान विनय कुमार झा ने कहा कि मातृभाषा का महत्व अधिक है तथा समाज में चेतना जागृत करना जरूरी है। मिथिला का पुराना साहित्य है और भाषा अलग है। आज मिथिलांचल की राजनीतिक ताकत है। समारोह में कवि सम्मेलन के बाद रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम में धरोहर संस्कृतिक मंच मधुबनी के कलाकार गीता, राजदेव कमल, प्रिती प्रिया, खुशबू, रूपम, रामचन्द्र जी, दीपा ने अपने गायन, झिझिया, समाचकेवा, जटजटीन, झरनी, छठ की झांकी प्रस्तुत कर दर्शकों का दिल जीत लिया। वहीं सुंदरम, सत्यम, मुकेश, शिवम के द्वारा प्रस्तुत विद्यापति, उगना, शिव सुधीरा की आकर्षक झांकी ने भरपूर मनोरंजन किया। चार दर्जन से अधिक गायकों ने अपने मधुर गीतों से रात भर श्रोताओं को बांध कर रखा। संस्था के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमरनाथ झा झोलन, भगवान जी झा, सियाराम सदाय, विनोद झा, विनोद यादव, शौकत अली नूरी, शत्रुघ्न झा सहित कई लोगों ने अपना विचार प्रकट कर आगत अतिथियों को पाग-दोपटा से सम्मानित किया गया। समारोह में कवि शंखपिया, गायक हेमकांत झा, चुनचुन मिश्र के निधन पर एक मिनट का मौन धारण कर शोक प्रकट किया गया। मंच की अध्यक्षता जिला पार्षद कामेश्वर यादव तथा संचालन अखिलेश झा ने किया
Search This Blog
Thursday, November 18, 2010
Subscribe to:
Post Comments (RSS)
Komentar :
Post a Comment