झंझारपुर (मधुबनी)। झंझारपुर ने प्रखंड से लेकर अनुमंडल तक का सफर दशकों पूर्व तय कर लिया। यहां तक की इसे जिला का दर्जा दिलाने के लिए आंदोलन-दर-आंदोलन होते रहे फिर भी अभी तक राज्य सरकार द्वारा इसे धरातल पर नहीं लाया जा सका। यहां के प्राय: सभी सरकारी कार्यालय चाहे वह व्यवहार न्यायालय हो या उपकारा, प्रखंड कार्यालय हो या अनुमंडल अस्पताल, रेलवे स्टेशन हो या शिक्षण संस्थान, सभी कुछ अनुमंडल मुख्यालय के पास अवस्थित है। किन्तु विडम्बना यह है कि इन कार्यालयों से आसान जुड़ाव का एक मात्र रास्ता एनएच 57 सड़क से अनुमंडल अस्पताल होते हुए मधेपुर और लखनौर प्रखंड के सैकड़ों गांवों के लोगों को जोड़ना है, वर्षो से बदहाली का दंश झेल रहा है। इस सड़क के जीर्णोद्धार को लेकर स्थानीय लोगों द्वारा यहां के जनप्रतिनिधियों से कई बार कहा गया किन्तु समस्या का हल नहीं हो पाया। स्थानीय लोगों में वयोवृद्ध समाजसेवी शिवानंद लाल दास, देवानंद लाल दास, श्रवण चौधरी, विश्वनाथ शर्मा, सतीश चन्द्र आदि ने बताया कि इस सड़क की मरम्मत हो जाए तो दूर-दराज के ग्रामीण क्षेत्रों का अनुमंडल मुख्यालय से जुड़ाव आसान हो जाएगा। इस संबंध में नगर पंचायत अध्यक्ष किरण बरनवाल ने बताया कि इस सड़क के मरम्मत के लिए प्रशासनिक स्वीकृति मिल गई है। लगभग 45 लाख रुपए से इसकी मरम्मत होनी है। जनवरी से फरवरी तक टेंडर होना निश्चित है।
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Monday, January 17, 2011
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