दरभंगा। लनामिवि के परीक्षा विभाग के कंप्यूटर कक्ष में आग लगने से लाखों की संपत्ति जलकर राख हो गयी। सूचना मिलते ही कुलपति डा.एसपी सिंह व कुलसचिव डा.विमल कुमार ने निरीक्षण किया। क्षति के मूल्यांकन,आग लगने का कारण व कंप्यूटर कक्ष को क्रियाशील बनाने की संभावना की जांच के लिए कुलपति ने तीन सदस्यीय कमेटी का गठन किया है। बुधवार को विश्वविद्यालय मुख्यालय खुलते ही कंप्यूटर कक्ष में कार्यरत कर्मियों ने कंप्यूटर कक्ष के जल जाने की सूचना प्रभारी परीक्षा नियंत्रक के माध्यम कुलपति को दी। आग लगने का कारण व समय की सही जानकारी किसी को नहीं है। अनुमान है कि मंगलवार व बुधवार की रात सार्टसर्किट होने की वजह से आग लगी। इस घटना की जानकारी कार्यालय खुलने के बाद मिली जो इसका संकेत है कि आग लगी और बुझी की घटना से विवि प्रशासन अनजान रहा। कंप्यूटर कक्ष में नौ कंप्यूटर, तीन प्रिंटर, तीन एसी समेत कई उपकरण थे। इसमें तीन एसी, दो मोनिटर व एक प्रिंटर राख में तब्दील है। शेष पर राख का अंबार है। वहीं इस कक्ष के सारे वायरिंग व अन्य विद्युत की व्यवस्था भी राख हो गयी है। परीक्षा विभाग को कंप्यूटरीकृत बनाने पर करीब 50 लाख का व्यय किया गया था जो नष्ट हो गया। कुलानुशासक डा. टी.एन झा के संयोजकत्व में जांच के लिए गठित समिति में खेल पदाधिकारी डा.नागेंद्र कुमार व विकास पदाधिकारी डा. एमएन दत्ता को शामिल किया गया है। वहीं कंप्यूटर विशेषज्ञ के तौर पर इस कमेटी में निशांत कुमार को शामिल किया है जो विश्वविद्यालय में कंप्यूटर की आपूर्ति भी करते हैं। कुलपति ने जांच प्रतिवेदन के बाद कार्रवाई करने का संकेत देते हुये कहा कि दोषी दंडित होंगे। इधर, विवि परिसर में आग लगने की घटना को लेकर लेकर कई चर्चा है जिसमें फर्जी डिग्री के पर्दाफाश, कुलपति की लोकप्रियता के खिलाफ षडयंत्र, कंप्यूटरीकरण व्यय की जांच की संभावना आदि शामिल हैं।
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Thursday, October 21, 2010
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